10 दिसंबर, 2010

भविष्यवाणी - नन्दलाल भारती

पडोस की दो महिलायें आपस में बात कर रही थीं । एक भगवान से एक और पोता मांग रही थी । दूसरी महिला बहू की पहली डिलवरी है पोती मांग रही थी । एक और पोते की लालसा में बूढी हो रही महिला ने माथा ठोकते हुए कहा, आओ मंदिर चले।

देापहर में मंदिर क्यों?

अरे ! महात्मा आये हुए हैं, जो कहते है वही होता है। दोनों साथ हो लीं ।

महिलाओं की बात सुनकर महात्माजी बोले, एवमस्तु । दोनों घरों मे किलकारियां गूंजी पर उल्टी । पोती पैदा हुई है यह ख़बर सुनकर दूसरे पोते की लालसा में बूढी हो रही महिला बोली, कैसी भविष्यवाणी किया ढोंगी बाबा जिसकी चाह न थी वो आ गयी ?

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