20 मार्च, 2010

दुनिया रंग-बिरंगी

50 साल के संताजी लड़की देखने गए थे। उन्हें देखकर लड़की की मां बंतानी बेहोश हो गई। होश में आई, तो सब अचानक बेहोश होने की वजह पूछने लगे।
बंतानी ने बताया: 27 साल पहले यह मुझे भी देखने आया था।


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संता: आपका बहुत-बहुत शुक्रिया, आपने मेरे बेटे के गले में फंसा एक रुपए का सिक्का निकाल दिया। बाइ द वे, क्या आप डॉक्टर हैं?
बंता: नहीं, मैं इन्कम टैक्स अफ़सर हूं।



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पापा संता: नालायक, फेल हो गया। पड़ोस की लड़की को देख, क्लास में फस्र्ट आई है।
बेटा बंता: पिताजी, सालभर सिर्फ़ उसी को तो देखता रहा..।



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संता कॉलेज में एडमिशन के लिए पहुंचा। पहले तो यहां वहां घूमा, पर आख़िर में उसने वाचमैन से ही पूछ लिया: यह कॉलेज अच्छा तो है न?
वाचमैन बंता: बहुत अच्छा है जी। मैंने यहीं से एमबीए किया, और देखो, मुझे यही नौकरी भी मिल गई।



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कॉलेज में छात्र संता चाकू लेकर घूम रहा था।
बंता सर ने पूछा: यह चाकू लिए क्यों घूम रहा है?
संता: ग़रीब हूं सर, रिवाल्वर कहां से लाऊं?

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