एक दिन संता बुझक्कड़ शहर घूमने गया। उसने देखा, एक बड़े से मैदान में बहुत भीड़ जुटी है। और एक लाइन में दस युवा अधझुके खड़े हैं।
संता बुझक्कड़ ने पास खड़े युवक बंता बोस पूछा- भैया यहां क्या हो रहा है?
बंता बोस ने कहा- बाबा, यहां दौड़ हो रही है।
संता बुझक्कड़- ये क्यों दौड़ रहे हैं?
बंता बोस- बाबा, ये कप पाने के लिए दौड़ रहे हैं।
संता बुझक्कड़- कप किसको मिलेगा?
बंता बोस- जो जीतेगा, उस व्यक्ति को मिलेगा।
संता बुझक्कड़- फिर ये बाकी क्यों दौड़ रहे हैं?
20 मार्च, 2010
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very very nice and very good keep it up
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