ज़मींदार ने कुछ सोचकर कहा, ‘ठीक है, जाओ ले लो।’ वृद्धा खेत की ओर गई। ज़मींदार के मन में चोर समाया था, इसलिए वह भी खेत पर जा पहुंचा। वृद्धा रो-रोकर मिट्टी खोद रही थी। टोकरी भर जाने पर वृद्धा ने आंसू पोंछते हुए कहा, ‘ज़रा यह टोकरी उठवाकर मेरे सिर पर रख दो।’
ज़मींदार ने कहा, ‘उठवा तो दूं, लेकिन यदि तू इतना बोझ उठाएगी, तो मर जाएगी।’ वृद्धा ने बेहद सरलता से जवाब दिया, ‘यदि मैं एक टोकरी मिट्टी उठाने से मर जाऊंगी, तो आप मुझसे पूरा खेत छीनकर कैसे जीवित रहेंगे?
behtreen...
जवाब देंहटाएंek anokhi peshkas ......
जवाब देंहटाएंdhanyawaad
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